- बिहुल नदी से डॉल्फिन मछली का रेस्क्यू
- डॉल्फिन देखने को हजारों लोगों की उमड़ी भीड़
खबर दस्तक
लौकही/मधुबनी :
दुर्लभ प्रजाति की डॉल्फिन मछली देखे जाने से लोगों में कौतूहल* बिहुल नदी से डॉल्फिन मछली का रेस्क्यू* डॉल्फिन देखने को हजारों लोगों की उमड़ी भीड़खबर दस्तक, लौकही/मधुबनीमधुबनी जिले के लौकही प्रखंड के 16 आरडी चौक स्थित बिहुल नदी में मंगलवार को दुर्लभ प्रजाति की डॉल्फिन मछली देखे जाने से स्थानीय लोगों में उत्सुकता फैल गई। नदी में डॉल्फिन को तैरता देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद जाल डालकर उसे सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। इस दौरान डॉल्फिन को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पहली बार इस नदी में डॉल्फिन को देखा है। मौके पर झंझारपुर के वन क्षेत्र पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद गुप्ता, लौकही के उपवन पदाधिकारी बृजनन्दन कुमार, अंधराठाढ़ी के उपवन पदाधिकारी धर्मवीर कुमार, घोघरडीहा के उपवन पदाधिकारी महेश कुमार, लौकही के वन पदाधिकारी अभिषेक कुमार, पशुरक्षक रामशरण यादव एवं चंद्रदेव राम मौजूद रहे। विशेषज्ञों के अनुसार संभावना है कि यह डॉल्फिन कोशी नदी से नहर में आई और फिर साइफन के फाटक खुले रहने पर भटककर बिहुल नदी में पहुंच गई। सफल रेस्क्यू अभियान के बाद वन विभाग की टीम ने डॉल्फिन को सुरक्षित रूप से मंझारी स्थित कोशी नदी में छोड़ दिया।
मधुबनी जिले के लौकही प्रखंड के 16 आरडी चौक स्थित बिहुल नदी में मंगलवार को दुर्लभ प्रजाति की डॉल्फिन मछली देखे जाने से स्थानीय लोगों में उत्सुकता फैल गई। नदी में डॉल्फिन को तैरता देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद जाल डालकर उसे सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। इस दौरान डॉल्फिन को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पहली बार इस नदी में डॉल्फिन को देखा है। मौके पर झंझारपुर के वन क्षेत्र पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद गुप्ता, लौकही के उपवन पदाधिकारी बृजनन्दन कुमार, अंधराठाढ़ी के उपवन पदाधिकारी धर्मवीर कुमार, घोघरडीहा के उपवन पदाधिकारी महेश कुमार, लौकही के वन पदाधिकारी अभिषेक कुमार, पशुरक्षक रामशरण यादव एवं चंद्रदेव राम मौजूद रहे। विशेषज्ञों के अनुसार संभावना है कि यह डॉल्फिन कोशी नदी से नहर में आई और फिर साइफन के फाटक खुले रहने पर भटककर बिहुल नदी में पहुंच गई। सफल रेस्क्यू अभियान के बाद वन विभाग की टीम ने डॉल्फिन को सुरक्षित रूप से मंझारी स्थित कोशी नदी में छोड़ दिया।