मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना न केवल महिलाओं के लिए एक अवसर है, बल्कि यह पूरे परिवार और समाज के लिए विकास की एक नई राह प्रशस्त करेगी : जिलाधिकारी आनंद शर्मा
- कार्यक्रम में डीएम समेत वरीय अधिकारी सहित काफी संख्या में महिलाओं की रही उपस्थिति
- उपस्थित महिलाओं एवं जीविका दीदियों ने इसको लेकर मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
- डीएम ने उपस्थित जीविका दीदियों एवं महिलाओं से किया संवाद एवं आर्थिक स्वालंबन एवं महिला सशक्तिकरण को लेकर दिए कई टिप्स
खबर दस्तक
मधुबनी :
मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार के द्वारा मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत महिलाओं के आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया, नगर क्षेत्र की महिलाओं के लिए ऑनलाइन पोर्टल तथा 250 वाहनों के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, जिसका सीधा प्रसारण डीआरडीए स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में किया गया।
इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी आनंद शर्मा सहित कई वरीय अधिकारी एवं काफी संख्या में जीविका दीदिया एवं महिलाएं उपस्थित थी।
जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर उन्हें न केवल आर्थिक रूप से स्वालंबन बनाना है, बल्कि समाज में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित करनी है।
जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि यह योजना महिलाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि लंबे समय से महिलाएं घरेलू कार्यों तक ही सीमित रही हैं, लेकिन अब समय बदल रहा है। सरकार चाहती है कि महिलाएं भी व्यापार, उद्योग और सेवा क्षेत्र में आगे आएं और अपने हुनर के माध्यम से रोजगार सृजन करें। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को सरकार द्वारा वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि वे अपना छोटा-मोटा उद्योग, दुकान, सेवा केंद्र या अन्य उद्यम शुरू कर सकें।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के बिना किसी भी समाज की प्रगति अधूरी है। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना न केवल महिलाओं के लिए एक अवसर है, बल्कि यह पूरे परिवार और समाज के लिए विकास की नई राह खोलती है। उन्होंने बताया कि महिला जब स्वावलंबी बनती है, तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और घर-परिवार की स्थिति भी बेहतर होती है।
जिला पदाधिकारी आनंद शर्मा उपस्थित जीविका दीदियों से संवाद कर उनके समूह के द्वारा वर्तमान में किए जा रहे व्यवसाय एवं उनके अनुभवों की जानकारी लिया, साथ ही आर्थिक स्वालंबन एवं महिला सशक्तिकरण को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी भी दिया। उपस्थित दीदियों ने सिलाई-कढ़ाई केंद्र खोलने की योजना जताई, तो किसी ने दुकान, ब्यूटी पार्लर अथवा खाद्य प्रसंस्करण इकाई शुरू करने की बात भी कही। उपस्थित जीविका दीदियों ने योजना को लेकर मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया। जीविका दीदियों की बातों से साफ झलक रहा था कि यह योजना महिलाओं के भीतर आत्मविश्वास जगाने का काम करेगी।
जिला पदाधिकारी आनंद शर्मा ने कहा कि इस राशि का उपयोग सामूहिक व्यापार के लिए करें। मुनाफे का एक हिस्सा आपस में बाँटें और शेष राशि पुनः व्यापार में निवेश करें। इसी से आपका व्यवसाय टिकाऊ और लाभकारी बनेगा। जिला पदाधिकारी ने जीविका दीदियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जिस कार्य में वे निपुण हैं, उसी में रुचि लेकर उसे बड़े पैमाने पर करें और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाएं।
साथ ही उन्होंने यह भी आग्रह किया कि अपने बच्चों की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। प्रतिदिन कम-से-कम दो घंटे बच्चों के साथ पढ़ाई पर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि यही बच्चे आने वाले समय में देश का निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करेंगे।
उक्त कार्यक्रम में राज्य परियोजना प्रबंधक जीविका पुष्पेंद्र तिवारी, डीडीसी सुमन प्रसाद साह, निर्देशक डीआरडीए, डीपीएम जीविका आदि उपस्थित थे।