- पीके ने करगहर सीट से चुनाव लड़ने की खबरों पर दिया जवाब
- बोले अगर पार्टी तय करती है कि मुझे चुनाव लड़ना है तो लड़ेंगे
- एनडीए के बिहार बंद पर पीके ने कसा तंज
- बोले बिहार के लोग अब बदलाव के लिए तैयार हैं
- बिहार के बंद के दिन कल जन सुराज की दो-दो बड़ी सभाएं होंगी
- प्रशांत किशोर ने बीजेपी नेताओं पर फिर किया हमला
- बोले संजय जायसवाल की जब किस्त जारी करेंगे तो तार-तार कर देंगे
- दिलीप जायसवाल अगर मूर्छा से उठ गए हों, तो बता दें कि कॉलेज कब्जा किए हैं या नहीं
खबर दस्तक
रोहतास :
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में आज रोहतास के काराकाट विधानसभा अंतर्गत गोरारी स्टेडियम में ‘बिहार बदलाव जनसभा’ करने पहुंचे। जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए विधानसभा चुनाव लड़ने के संबंध में चल रही खबरों पर जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि अभी तक मैंने चुनाव लड़ने की कोई घोषणा नहीं की है। अगर पार्टी चाहेगी कि हम चुनाव लड़ें, तो मेरा मानना है कि या तो जन्मभूमि से लड़ना चाहिए या कर्मभूमि से। इस नाते ऐसा हुआ तो या तो अपनी जन्मभूमि रोहतास के करगहर से लड़ेंगे या फिर बिहार की कर्मभूमि में से राघोपुर से चुनाव लड़ेंगे।
वहीं गुरुवार 4 सितम्बर को एनडीए की महिला नेत्रियों द्वारा बुलाए गए बिहार बंद पर तंज करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यह नेताओं के लिए है, जनता के लिए कोई बंदी नहीं है। कल भी जन सुराज की दो-दो जनसभाएं हैं, जिसमें पहले की ही तरह 20-20 हजार लोग आयेंगे। बिहार का युवा बदलाव के लिए तैयार है।
प्रशांत किशोर ने भाजपा नेताओं पर फिर से हमला करते हुए कहा कि संजय जायसवाल जैसे टुटपुंजिये नेताओं का जब दुर्दिन आता है तो हम जैसे लोगों से उलझते हैं। अब जल्द ही जब उनका किश्त जारी करेंगे, तो सब तार-तार कर देंगे। वहीं उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के रोने वाली तस्वीरों पर चुटकी लेते हुए कहा कि अभी तक वो मूर्छित थे। अब मूर्छा से उठ गए हों, तो रोते-रोते ही बता दें कि किशनगंज का कॉलेज कब्जा किए थे या नहीं!