- मिथिला के संगीत को अभिसिंचित करने वाले पं० कृष्ण नंद मिश्र की पुण्यतिथि पर सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया
- पं० कृष्ण नंद मिश्र जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित याद किया गया
खबर दस्तक
मधुबनी डेस्क :
मधुबनी जिला मुख्यालय के बाबू साहब चौक स्थित एक निजी स्कूल के प्रांगण में पं० कृष्ण नंद मिश्र की पुण्यतिथि एक महान संगीतज्ञ के रूप में समारोहपूर्ण वातावरण में उत्साह से मनाया गया। एक ऐसे व्यक्तिव्त जो ज्ञान, कला व संस्कृति के भंडार थे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत, लोक गीत, वाद्य वादन के विधाओं का प्रशिक्षण दे कर उसे क्षेत्र में पुनर्जागृत किया। उन्होंने वैदेही कला परिषद और हरिशंकर संगीत महाविद्यालय की स्थापना कर संगीत की नींव रखी।
उनके पुण्य तिथि पर रखे गए कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि जिला कला संस्कृति पदाधिकारी नीतीश कुमार, भोलानंद झा(अध्यक्ष), तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि जिला कला एवं सांस्कृतिक पदाधिकारी नितीश कुमार को नीलम चौधरी द्वारा सम्मानित किया गया। तत्पश्चात् निर्मल तथा स्नेहा द्वारा गोसावनी गीत तथा जाह्नवी मिश्र द्वारा स्वागत गीत गाकर समा बांध दिया गया।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण प्रोo डॉo नरेंद्र नारायण सिंह निराला ने किया। उन्होंने स्वर्गीय पंडित जी के जीवन व संघर्षों पर प्रकाश डाला। प्रोo दीपक त्रिपाठी ने संस्था के लिए अपने सुवचन व्यक्त किए। उदय जयसवाल ने पंडित जी के जीवन पर एक करीबी के नजरिए से प्रकाश डाला। प्राचार्य उदय नारायण तिवारी ने उनके सांगीतिक जीवन का वर्णन किया। षष्ठी नाथ झा, वेदानंद साह तथा प्रोo अवधेश ने उनके विन्रम स्वभाव की खूब सराहना की। नागेंद्र गौड़ ने कहा उनका मेरे प्रति अपार स्नेह था। ज्योति रमन झा बाबा ने उनके कला की तारीफ की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नितिश कुमार ने संस्था की खूब तारीफ की और कहा कि जिले के प्रत्येक कार्यक्रम में यहां के कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। अंत में अध्यक्ष भोलानंद झा ने पंडित मिश्र की संघर्षशील, विनम्रता और विशिष्टताएं पर बहुत अच्छा वर्णन किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन रविशंकर मिश्र ने किया।
वहीं दूसरे सत्र में सांगीतिक कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसमें सर्वप्रथम लोकप्रिय गायिका सौम्या मिश्र ने अपने नाना जी के श्रद्धांजलि में सुंदर रचनाएं प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। तत्पश्चात सर्वोत्तम मिश्र ने सितार पर राग किरवानी तथा भजन की सुंदर स्वरांजली दी श्रोताओं ने उनकी खूब सराहना की। शिवम मिश्र ने राग मालकौंस तथा लाल लाल कर दीनी गाकर खूब तालिया बटोरी। अंत में अध्यक्ष भोलानंद झा(82वर्ष) ने राग बागेश्वरी गाकर सबकी मंत्रमुग्ध कर दिया। तबला पर संगत आशुतोष मिश्र तथा धीरज मिश्र ने की।
इस कार्यक्रम में विनोदानंद झा, दिलीप कुमार, दयानंद झा, संपूर्णानंद झा, गंभीर मिश्र, सौम्या झा, अनुराधा झा, अल्का, रमेश, विजय, राहुल सहित अन्य संगीत-प्रेमी उपस्थित रहे।