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बहादुरपुर/दरभंगा :
दरभंगा जिले के बहादुरपुर प्रखंड अंतर्गत डरहार पंचायत के डरहार गांव में सड़क पर हो रहे गंभीर जलजमाव को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश अब आंदोलन में बदल चुका है। पिछले कई महीनों से गांव की मुख्य सड़क पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई है, जिससे ग्रामीणों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी को लेकर सोमवार से शुरू हुआ अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को आमरण अनशन में तब्दील हो गया।
धरना स्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ देखी गई। महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और स्कूली बच्चे भी आंदोलन में भाग ले रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क पर जलनिकासी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है, जिससे थोड़ी सी बारिश में ही सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है। स्थानीय प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन हर बार आश्वासन देकर मामले को टाल दिया गया।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे स्थानीय एमएसयू नेता दरभंगा जिलाध्यक्ष नीरज ने कहा कि डरहार गांव के साथ लगातार उपेक्षा का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक ठोस समाधान नहीं निकलता — जैसे कि जलनिकासी की व्यवस्था, सड़क की मरम्मत और स्थायी समाधान — तब तक अनशन और आंदोलन जारी रहेगा।
अनशन पर बैठे नीरज ने कहा की सेहत को देखते हुए गांव में डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। वहीं प्रशासन की ओर से अब तक कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं, जिससे लोगों में नाराजगी और अधिक बढ़ गई है। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर हमारे अनशनकारी को किसी भी प्रकार की शारीरिक व मानसिक क्षति पहुंचती है, तो यह आंदोलन सिर्फ यहां तक नहीं रुकेगी। जिला के संबंधित हर सरकारी पदाधिकारियों के कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
आंदोलन के दौरान अनशनस्थल पर राहुल पासवान, अविनाश पासवान, शंभू पासवान, राज सिंह, गणपत कुमार, प्रकाश झा, सुमन झा, रोहित बैठा, मनीष सिंह, अरुण बेलदार आदि सहित सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे।