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बेला/सीतामढ़ी :
सीतामढ़ी जिले में नशे के कारोबार पर नकेल कसने के लिए बेला थाना पुलिस ने मंगलवार को बड़ी कारवाई की। बेला थाना क्षेत्र के बेला खुर्द गांव निवासी रासबिहारी महासेठ को नशीली दवाओं के जखीरे के साथ रंगे हाथ धर दबोचा गया। उसके घर से भारी मात्रा में खांसी की दवाएं बरामद हुई हैं, जिन्हें वह धड़ल्ले से नशेड़ियों के बीच ऊंचे दामों पर सप्लाई करता था। बेला थाना में पदस्थापित पु०अ०नि० रामविनय राय को खुफिया इनपुट मिला कि रासबिहारी महासेठ अपने ही घर में नशीली कफ सिरप का भंडारण कर अवैध कारोबार करता है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने बिना देर किए छापेमारी की योजना बनाई और अचानक उसके घर धावा बोला। छापेमारी के दौरान अफरातफरी मच गई। पुलिस ने जब घर को घेर लिया, तो तस्कर रासबिहारी महासेठ भागने की फिराक में था, मगर पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर ही उसे दबोच लिया। तलाशी के दौरान पुलिस को वहां से नशीली दवाओं का बड़ा स्टॉक मिला। पुलिस ने 54 पीस ओनेरेक्स कफ सिरप (100 एमएल प्रति बोतल) और 34 पीस ओनेरेक्स कफ सिरप (100 एमएल प्रति बोतल) जब्त किया। कुल मिलाकर नशीली सिरप की एक बड़ी खेप पुलिस के कब्जे में आ गई।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में रासबिहारी महासेठ ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह ये दवाएं खरीदकर लाता था और बाद में नशे के आदी लोगों को ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था। पुलिस को शक है कि उसके तार जिले के अन्य तस्करों से भी जुड़े हो सकते हैं।
पुलिस ने रासबिहारी महासेठ के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल उससे गहन पूछताछ की जा रही है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस अवैध कारोबार की जड़ें कहां तक फैली हुई हैं। बेला थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि नशे के कारोबारियों के लिए जिले में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। जो भी इस अवैध धंधे में शामिल होगा, उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस कारवाई से इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है और उम्मीद जताई है कि इस तरह की लगातार कारवाइयों से नशे के कारोबार पर पूरी तरह रोक लगेगी।