खबर दस्तक
मनीगाछी/दरभंगा :
ओड़िसा के सुंदरगढ़ स्थित “आस्था ग्रुहा” संस्था ने चार माह से अपने परिवार वालों से बिछुड़ी दरभंगा जिले के बाजितपुर थाना क्षेत्र के बाजितपुर निवासी मो अकबर आरिफ की विक्षिप्त पत्नी जिमेदा को उसके परिवार वालों को बाजितपुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार की उपस्थिति में रविवार को सुपुर्द कर दिया। मानसिक रूप से विक्षिप्त जिमेदा गत चार माह पूर्व अपने घर से निकलकर भटकती हुई ओडिशा के सुंदरगढ़ पहुंच गई थी। जिमेदा की उम्र करीब पचास वर्ष बताई जाती है, जो उस समय गर्भवती भी थी। सुंदरगढ़ में सड़क पर भटकती इस गर्भवती महिला पर वहां की बाल विकास परियोजना अधिकारी की नजर पड़ी, तो उन्होंने उसे महिला विकास संस्था की एन जी ओ आस्था ग्रुहा की सचिव स्नेहलता के हवाले कर दिया। अपना कुछ भी हुलिया बताने में असमर्थ आसन्नप्रसवा महिला आस्था ग्रुहा के आश्रय में पहुंची, तो उसे स्नेहलता ने पूरी चिकित्सा करबाई। इसी दौरान उसे एक संतान भी हुई, जो उसकी दशवीं संतान बताई जाती है। आस्था ग्रुहा में चिकित्सकीय सुविधा मिलने पर उसमें चेतना आई, तो उन्होंने अपना नाम पता सही सही बताया। जिमेदा से जानकारी पाकर आस्था ग्रुहा संस्था की सचिव स्नेहलता ने बाजितपुर थाना से संपर्क कर इसकी पुष्टि करबाई तथा जिमेदा के परिजनों से भी वीडियो कॉलिंग से बात करबा कर इसकी पुष्टि करबाई। इस अवधि में जिमेदा के परिजन इसकी जगह-जगह खोज कर निराश हो चुके थे। संस्था की सचिव ने अपने राज्य के विभागीय अधिकारियों से खानापूर्ति कर ओड़िसा के पुलिस पदाधिकारी एवं अपनी संस्था की महिला कर्मियों के साथ रविवार को बाजितपुर पहुंच कर आम लोगों की उपस्थिति में उसके परिजनों को नवजात शिशु के साथ सुपुर्द कर दिया, जिससे मो अकबर के घर में खुशियां लौट आई है।