- स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने किया पुनः शिलान्यास
- 100 बेड का होगा आधुनिक अस्पताल
खबर दस्तक
पुपरी/सीतामढ़ी :
सीतामढ़ी जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था वर्षों से बदहाली का शिकार रही है। पुपरी अनुमंडलीय अस्पताल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जो लगभग 17 वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है। लाखों लोगों की उम्मीदों से जुड़ा यह अस्पताल कभी बजट की कमी, तो कभी प्रशासनिक लापरवाही के कारण पूर्ण रूप से तैयार नहीं हो सका। अब एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस अस्पताल का उद्घाटन (शिलान्यास) किया और दावा किया है कि अगले 14 महीनों के भीतर यह भवन पूरी तरह तैयार हो जाएगा। लगभग 20 करोड़ 15 लाख रुपये की लागत से बनने वाला यह 100 बेड का अस्पताल पुपरी के बिजली ऑफिस के पास निर्माणाधीन है। लंबे समय से रुकी हुई इस परियोजना का पुनः शुभारंभ कर मंत्री ने भरोसा दिलाया कि अस्पताल के निर्माण में अब किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पुपरी अनुमंडलीय अस्पताल का निर्माण पूरा होने के बाद स्थानीय जनता को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए सीतामढ़ी या दरभंगा जैसे बड़े शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। यहाँ पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी और आसपास के ग्रामीण इलाकों को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस अस्पताल का निर्माण वर्षों से अधूरा रहने के कारण गरीब और ग्रामीण जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता रहा है। इलाज के अभाव में कई मरीजों को समय पर उचित सुविधा नहीं मिल पाती थी। अब पुनः शिलान्यास होने से लोगों में उम्मीद जगी है कि यह अधूरा सपना आखिरकार पूरा होगा।
राजनीतिक हलकों में भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज हो गई है। विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार हर चुनाव से पहले अधूरे अस्पतालों और विकास योजनाओं का शिलान्यास कर जनता को गुमराह करती है। वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि इस बार पुपरी अस्पताल का निर्माण हर हाल में तय समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि अस्पताल के साथ-साथ यहाँ अत्याधुनिक उपकरण और विशेषज्ञ डॉक्टर भी तैनात किए जाएंगे, जिससे पुपरी और आसपास के इलाके की स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।