सीतामढ़ी के बथनाहा प्रखंड में ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, PMGSY योजना पर उठे सवाल
खबर दस्तक
सीतामढ़ी, बथनाहा :
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत बनाई गई सड़क रनौली चौक से दिघी तक पहली ही वर्षा में टूट-फूट कर गड्ढों में तब्दील हो गई। ग्राम मदनपट्टी, पंचायत रनौली, प्रखंड बथनाहा की यह सड़क कुछ ही महीने पहले करोड़ों की लागत से बनाई गई थी, लेकिन पहली बारिश में ही इसकी परतें उखड़ने लगीं, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण के दौरान ही घटिया सामग्री का इस्तेमाल और मानकों की अनदेखी साफ दिखाई दे रही थी। लेकिन शिकायतों के बावजूद न तो ठेकेदार ने सुधार किया और न ही संबंधित विभाग ने जांच की। अब पहली बारिश में ही सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे लोगों का चलना-फिरना मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों का आरोप – भ्रष्टाचार की खुली मिसाल:
ग्रामवासी रामपुकार महतो, संजय कुमार, पप्पू यादव, और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण के समय मिट्टी और ईंट-गिट्टी का अनुपात मानक से कम था। रोलर से दबाने का काम भी जल्दबाजी में किया गया। “यह सड़क हमारे लिए जीवन रेखा थी, लेकिन अब यह मौत का जाल बन गई है,” ग्रामीणों ने कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से यह भ्रष्टाचार हुआ है। रनौली चौक से दिघी जाने वाला यह मार्ग आसपास के कई गांवों के लोगों के लिए बाजार, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने का प्रमुख साधन है। अब सड़क पर कीचड़ और पानी भर जाने से साइकिल, बाइक और पैदल चलने वालों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राएं और मरीजों को ले जाने वाली गाड़ियां खास तौर पर प्रभावित हो रही हैं।
कार्रवाई की मांग::
ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत इस सड़क की तकनीकी जांच कराने, दोषी ठेकेदार और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने तथा सड़क का पुनर्निर्माण कराने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। यह घटना प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है। जिस योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को बेहतर सड़क संपर्क देना है, वही योजना भ्रष्टाचार और लापरवाही की भेंट चढ़ रही है। पहली ही बारिश में सड़क का टूट जाना स्पष्ट करता है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता की पूरी तरह अनदेखी हुई है।

