- सड़क पर उतरकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
- दो फीट पानी में होकर जा रहे श्रद्धालु
- प्रशासन व जनप्रतिनिधि मौन
खबर दस्तक
हरलाखी/मधुबनी :
मिथिला की आस्था का प्रमुख केंद्र प्रखंड अंतर्गत पौराणिक फुलहर गिरिजा माई मंदिर जाने वाला मुख्य मार्ग इन दिनों प्रशासनिक लापरवाही का शिकार है। सड़क पर घुटनों से ऊपर तक पानी और कीचड़ जमा है, जिससे आम लोगों और श्रद्धालुओं का आना जाना बेहद कठिन हो गया है। बुधवार को इस समस्या को लेकर ग्रामीण एक बार फिर उबल पड़े और सड़क पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बारिश में स्थिति और भी भयावह हो जाती है।
हर साल हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन रास्ते की बदहाली देखकर मायूस हो जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सिर्फ दस दिन पहले भी जलजमाव के विरोध में प्रदर्शन हुआ था, मगर अधिकारी और जनप्रतिनिधि दोनों ने समस्या को नजरअंदाज कर दिया। कुछ सप्ताह पूर्व जिलाधिकारी आनंद कुमार शर्मा के फुलहर दौरे के समय भी लोगों ने समस्या रखी थी, जिस पर डीएम ने तत्काल समाधान का निर्देश दिया था, लेकिन जमीनी स्तर पर आज तक कुछ नहीं हुआ। स्थानीय लोगों की मांग है कि मार्ग किनारे पक्की नाली का निर्माण कराया जाए, जिससे बारिश का पानी निकल सके।
प्रदर्शन में बीरबल कुशवाहा, लालू सिंह, बमबम शुक्ल, रमाशंकर साह, गौरी गिरी, उपेंद्र महतो समेत दर्जनों ग्रामीण शामिल थे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं किया गया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और फुलहर मंदिर जाने वाले मार्ग को पूरी तरह जाम कर देंगे।
इस संबंध में बेनीपट्टी एसडीएम शारंग पाणि पांडेय ने कहा कि संबंधित विभाग से जांच कर समस्या दूर कर दी जाएगी।