- नियोजकों पर एफआईआर की प्रक्रिया जारी
खबर दस्तक
सीतामढ़ी :
बाल श्रम के खिलाफ चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत सोमवार की देर शाम को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, बचपन बचाओ आंदोलन और मेहसौल थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने मेहसौल क्षेत्र में बड़ी कारवाई की। इस ऑपरेशन के दौरान तीन अलग-अलग प्रतिष्ठानों पर बाल श्रम में लिप्त कराए गए कुल तीन नाबालिग बच्चों को सकुशल मुक्त कराया गया।
सूत्रों के मुताबिक, टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि मेहसौल बाजार क्षेत्र में कुछ प्रतिष्ठानों पर नाबालिग बच्चों से अवैध रूप से काम करवाया जा रहा है। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस और बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुँचकर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान तीन अलग-अलग जगहों से बाल मजदूरी करवा रहे नियोजकों को चिन्हित किया गया और वहीं से तीनों बच्चों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।
संयुक्त टीम ने बताया कि इन बच्चों से लंबे समय से दुकानों और छोटे कारखानों में कम मजदूरी पर काम करवाया जा रहा था। बचपन बचाओ आंदोलन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना को न सिर्फ कानून का उल्लंघन बताया, बल्कि इसे बच्चों के भविष्य के साथ गंभीर खिलवाड़ करार दिया।
बचाव के बाद तीनों बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया, जिसमें प्रारंभिक जांच में कुछ बच्चों के शरीर पर थकान और कुपोषण के संकेत मिले। इसके बाद बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार इन बच्चों को बाल गृह में सुरक्षित आवासित कर दिया गया, जहाँ उन्हें भोजन, शिक्षा और परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि तीनों नियोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है और उन्हें जल्द ही कानून के दायरे में लाया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी कि बाल श्रम में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, और भविष्य में ऐसे मामलों पर और सख्ती से कारवाई की जाएगी।
सामाजिक संगठनों ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे ऑपरेशन से न केवल पीड़ित बच्चों को नया जीवन मिलता है, बल्कि समाज में यह संदेश भी जाता है कि बाल श्रम एक अपराध है, और इसका उन्मूलन सामूहिक जिम्मेदारी है।