- दस करोड़ की लागत से छह सड़कों का किया शिलान्यास
- सूबे में बिछ रहा है सड़को का जाल
खबर दस्तक
राजगीर :
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूरे बिहार में विकास कार्यों की रफ्तार तेज हो गई है। लगभग हर विधानसभा क्षेत्र में शिलान्यास और उद्घाटन का दौर जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को राजगीर विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू विधायक कौशल किशोर ने विकास की एक नई सौगात दी।
विधायक ने पुरी, चोरसुआ, प्यारेपुर, सकुचीसराय साईंडीह, समेत कुल छह स्थानों पर लगभग दस करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पीसीसी और पक्की सड़कों का शिलान्यास किया। इन सड़कों के बनने से न सिर्फ गांवों को बेहतर संपर्क सुविधा मिलेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी।
इस मौके पर जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर सुनील भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में भारी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए और विकास कार्यों का स्वागत किया।मौके पर विधायक कौशल किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में बिहार में लगातार सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। “हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि हर गांव तक पक्की सड़क पहुंचे।
मुख्यमंत्री का सपना है कि बिहार का कोई भी गांव सड़क से अछूता न रहे। विकास पुरुष नीतीश कुमार के नक्शे कदम पर हम अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री की कल्याणकारी योजनाओं को हर गांव तक पहुंचाने के लिए जेडीयू की पूरी टीम लगातार कार्य कर रही है।
वहीं, एसआईआर मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर सुनील ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष का रवैया इस मुद्दे पर ठीक नहीं है, जबकि यह मामला पूरी तरह चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में है। इलेक्शन कमीशन गंभीरता से सोच-समझकर निर्णय लेगा। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा से जुड़े दो एपिक कार्ड विवाद पर भी इंजीनियर सुनील ने बयान दिया।
उन्होंने बताया कि विजय सिन्हा ने खुद चुनाव आयोग को जवाब देकर स्पष्ट किया है कि दो एपिक कार्ड होने के बावजूद वे हमेशा एक ही जगह से मतदान करते आए हैं। फिर भी, यह मामला चुनाव आयोग का है और आयोग ही अपनी जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेगा। विकास कार्यों के साथ-साथ राजनीतिक बयानबाज़ी से यह कार्यक्रम चुनावी मौसम में खासा चर्चा में रहा।
इस मौके पर एनडीए नेता प्रमोद सिंह, राकेश मुखिया, अरशद करीम, रामसागर सिंह, राजेश्वर सिंह, आलोक कुमार, सलन महतो, चंद्रकांता सिन्हा, पंकज कुमार, इंद्रजीत कुमार, सुधीर सिंह, धर्मेंद्र मुखिया, अमन सिंह, वीरेंद्र सिंह, बंटी यादव, मनोज कुमार सिंह, चंदन मुखिया, गुलज़ारी लाल समेत अन्य कई मौजूद रहे।