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सीतामढ़ी :
सीतामढ़ी में रक्षाबंधन के पावन दिन जब परिवार में भाई-बहनों के रिश्तों की मिठास छाई हुई थी, वहीं सीतामढ़ी के गौशाला चौक पर एक महिला सिपाही की पराक्रम और समर्पण की कहानी हर किसी के दिल को छू गई। बारिश के बीच भीगती हुई, वह महिला सिपाही ड्यूटी से एक कदम भी पीछे नहीं हटी।
बारिश की बूंदें उन पर गिर रही थीं, लेकिन उनका साहस और आत्मबल देखते ही बन रहा था। कई बार तेज हवा और बारिश के चलते उनके हाथ कांप रहे थे, फिर भी उन्होंने जिले के आम लोगों की सुरक्षा और सुविधा के लिए अपने फर्ज को सर्वोपरि रखा। गौशाला चौक पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से नियंत्रित करने में उनकी मेहनत और लगन ने सभी का दिल जीत लिया।
स्थानीय नागरिकों ने भी इस महिला सिपाही की प्रतिबद्धता और त्याग को देखकर उनकी हिम्मत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मचारी ही देश की असली ताकत हैं, जो परिस्थितियों की परवाह किए बिना अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हैं।
इस महिला सिपाही के इस दृढ़ संकल्प ने यह संदेश दिया कि पुलिस बल न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने वाला संगठन है, बल्कि यह समाज की सेवा और सुरक्षा में दिन-रात जुटा हुआ परिवार है। उनकी इस भूमिका ने रक्षाबंधन के त्यौहार को और भी विशेष बना दिया, जहां बहन की रक्षा का प्रतीक इस महिला सिपाही ने अपने कर्म से समाज की रक्षा का परिचय दिया।
सीतामढ़ी पुलिस प्रशासन ने भी इस महिला सिपाही की बहादुरी और समर्पण की सराहना की है और उनके जज़्बे को पूरे विभाग के लिए प्रेरणा बताया है।
रक्षाबंधन के इस अवसर पर जब सभी अपने परिवार के साथ खुशी मना रहे थे, तब इस महिला सिपाही का यह समर्पण हमें सच्ची सेवा और निष्ठा की महत्ता का एहसास कराता है। ऐसे जवानों की वजह से ही हमारा समाज सुरक्षित और मजबूत बनता है।