नेपाल/जनकपुरधाम
मिश्री लाल मधुकर
नेपाल के जनकपुरधाम के सभी मठ मंदिरों में झूलन उत्सव धूमधाम के साथ शुरू है। जानकी मंदिर,राम मंदिर, विहार कुंड, अग्नि कुंड स्थित सभी मठ मंदिरों के अलावा अन्य मंदिरों में झूलन उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जनकपुरधाम के झूलन कुंज में झूलनोत्सव में विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। श्रावण मास के शुल्क तृतीया को मंदिर के गर्भ गृह से भगवान को विशेष सिंहासन पर विराजमान किया जाता है। रेशम की धागा से इसे उस सिंहासन को झूलाया जाता है। झूलन कुंज के महंत श्री राम प्रिया शरण जी के जानकारी के अनुसार त्रेता युग में माता सीता अपनी सखियों के साथ इसी उपवन में झूला झूली थी। आज यहां झूलन कुंज मठ है। वैसे महात्मा सूर किशोर दास के समय से जनकपुरधाम में झूला उत्सव बिशेष रूप से मनाए जाने लगा। झूलन उत्सव शाम में शुरू होती है, जो देर रात तक चलती है। इस दौरान भगवान राम सीता, राधे कृष्ण से जुड़ी प्रसंग पर गायक गीत गाते हैं। श्रावण पूर्णिमा को झूलन का धागा काटा जाता है, तदुपरांत भगवान को गर्भ गृह में स्थापित किया जाता है।