खबर दस्तक
मधुबनी/जयनगर :
मधुबनी जिले के जयनगर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नेपाल और तराई इलाकों में हो रही बारिश के कारण एक बार फिर जयनगर में कमला नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मूसलाधार बारिश के कारण जयनगर के कमला नदी उफान पर हैं। कमला बलान नदी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अगर इस तरह लगातार बारिश होती रही तो बाढ़ आना तय है।
कमला नदी के जलस्तर में वृद्धि होने और मौसम विभाग द्वारा जयनगर समेत नेपाल के तराई इलाकों में बारिश होने की जारी चेतावनी के कारण एक बार फिर इलाके के लोगों को संभावित बाढ़ की चिंता सताने लगी है। लोग कमला नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि को जानने के लिए बेचैन होने लगे हैं। कमला नदी में पानी आने के साथ यहां के आस-पास के लोगों को जान-माल का खतरा बढ़ जाता है।
पशुओं को चारे की काफी दिक्कत हो जाती है। ज्यादा पानी आने पर पानी गांव में प्रवेश कर जाता है, जिस वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है, जिससे लोगों को बांध पर सहारा लेना पड़ता है। 2019 की बाढ़ की त्रासदी की याद सताने लगती है, तब कई परिवार घर से बेघर हो चुके थे। कई मकान नदी में समा गए थे” कमला नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के बीच बसे एक दर्जन से अधिक गांव के लोग डरे-सहमे हैं।
तटबंध पर दबाब बढ़ता जा रहा है। कमला बलान नदी के पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के बीच बसे गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। डोड़वार, ब्रह्मोतर, इस्लामपुर और खैरामठ समेत कई गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जयनगर कमला नदी के आस पास के इलाके के लोग दहशत में हैं। वहीं दूसरी तरफ लगातार हो रहे बारिश से किसानों में खुशी देखने को मिल रही हैं।
इस बाबत कमला नहर प्रमंडल जयनगर के कनीय अभियंता सती कुमार ने बताया कमला नदी में जलस्तर के वृद्धि हो रही है। विभाग पूर्ण रूप से सक्रिय है। फिलहाल कोई खतरा नहीं है। नदी के जलस्तर में दोपहर से वृद्धि हो रही है। फिलहाल जयनगर में खतरे के निशान से नदी ऊपर बह रही है, लेकिन बांध पूर्ण रूप से सुरक्षित है। बांध पर कोई दबाव फिलहाल नहीं है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।