अभी प्रारूप प्रकाशित हुई है, फाइनल प्रकाशन अभी बाँकी है : चंदन झा, मधुबनी सदर एसडीएम
जिन मतदाओं ने अपना कोई वैध कागज जमा नहीं किया है, वे अपनी आपत्ति और नए मतदाता अपना कागज समय पर जमा करें : चंदन झा, मधुबनी सदर एसडीएम
सरकार को और ज्यादा समय देना चाहिए था : पूर्व मंत्री समीर कुमार महासेठ
खबर दस्तक
मधुबनी :
अजय धारी सिंह
भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत 1 अगस्त 2025 को मतदाता सूची प्रारूप प्रकाशित की गई। जिलेवार चुनाव आयोग के आंकडों की बात करें तो इसमें पटना में सबसे ज्यादा 3.95 लाख वोटर्स के नाम काटे गए हैं। उसके बाद दूसरे नंबर पर मधुबनी से 3 लाख 52 हजार 545 लोगों के नाम लिस्ट से हटाए गए हैं। वहीं सबसे कम नाम 28 हजार 166 शिवहर से कटे हैं। सूची के प्रकाशन के बाद खबर दस्तक की टीम ने मधुबनी जिले भर में इसकी पड़ताल की।
मतदाता सूची प्रारूप प्रकाशन के पश्चात् खबर दस्तक की टीम ने मधुबनी जिले में इसकी पड़ताल की। 36-मधुबनी विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय विधायक सह पूर्व मंत्री बिहार सरकार समीर कुमार महासेठ ने कहा कि अमूमन करीब दस प्रतिशत लोगों का नाम इसमें से जान बूझकर जल्दी में हटाया गया है। एक या दो प्रतिशत का वोट में अंतर सरकार बना और बिगाड़ सकती है, यहां तो सरकार इससे करीब दस प्रतिशत का अंतर पैदा कर रही है। ये किसके इशारे पर किया जा रहा है, वो जनता बखूबी जानती है। लोकसभा चुनाव में जिस सूची की सही मानकर चुनाव कराया गया और सांसद और फिर प्रधानमंत्री का चुनाव हुआ, वो आज गलत कैसे हो गया। आपको लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद से ही इस काम में लग जाता चाहिए दें
पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक समीर कुमार महासेठ ने कहा कि अगर आपको जांच करानी है, तो आप समय दीजिए। इस समय आनन फानन में आपने पहले करीब तीस दिन की मोहलत दी और अब पुनः करीब एक महीने में आपत्ति जमा करने की बात कह रहे हैं। देश और खासकर बिहार कृषि प्रधान क्षेत्र है, अभी धनरोपनी का समय है। इसी समय गरीब तबके के साथ-साथ अन्य मध्यम वर्गीय लोग रोजी रोटी की तलाश में बिहार से बाहर हैं।
अभी हमारे क्षेत्र में सुखाड़ की स्थिति पैदा होने को है, अगर कहीं बारिश ज्यादा गई, तो बाढ़ जैसे हालत हो जाएगी। फिर ऐसी स्थिति में जब उसके पास कोई कागज ही नहीं रहेगा, तो आपके वो कागज कैसे उपलब्ध कराएगा। सरकार को चाहिए कि ऐसे कामों के लिए एक दो महीने की जगह करीब एक साल का समय दें। जिसे की कोई भी कहीं हो साल में एक बार भी जब वो अपने घर आए, तो इससे संबंधित कागज जमा करवा सके।
मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व मधुबनी जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा ने कहा कि हाल ही में चुनाव आयोग द्वारा गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम संपन्न कराया गया है। इसमें मधुबनी जिले से ही 3.52 लाख से अधिक वोटों का नाम कट गया है। अभी जो समय है, वो धान की फसल रोपने का समय है। ऐसे समय में जब मजदूर महीने दो महीने के लिए रोजगार की तलाश में पलायन कर जाते हैं। बड़े-बड़े ठेकेदार उनको समूह में उत्तर प्रदेश, पंजाब और अन्य राज्य ले जाए हैं।
ऐसे समय में जो मजदूर बाहर गए थे वो कागज जमा करने वापस नहीं आ पाए, उन्होंने चुंकि किसी भी प्रकार का कोई कागज जमा नहीं किया था, तो उनका नाम सूची से हटा दिया गया है। कुछ लोग जिनकी मृत्यु हो गई है, उनका नाम हटाना जायज है, लेकिन जिस पराक्रमी इतने कम समय में इसको लाया गया और जिस प्रकार से रोजगार के लिए पलायन किए गए लोगों का ध्यान नहीं दिया गया उससे करीब दस प्रतिशत मतदाताओं का नाम सूची से हटाया गया है।
मैं ये नहीं कहता कि वो कौन हैं, लेकिन जहां चुनाव में 1 या 2 दो प्रतिशत वोट का अंतर जीत और हार का अंतर हो जाता है, वहां करीब दस प्रतिशत बहुत बड़ी बात है। अगर पिछला वोटर लिस्ट गलत है, तो उस चुनाव के आधार पर जो सांसद और प्रधानमंत्री चुने गए वो क्या कहेंगे। सरकार को लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद ही इसे लागू करना चाहिए था। इसकी घोषणा छह महीने पहले करनी चाहिए थी और चार महीने का समय देना चाहिए था, तब जो छनकर आता वो पूरा सटीक होता।
पूरे जिले में करीब तीस लाख से अधिक वोटर अभी हैं, उन सभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी को इसमें कम समय में पहुंचने बहुत ही मुश्किल काम है। समय के अभाव के कारण बहुत से बीएलओ द्वारा समय से काम संपन्न करके जमा करने के दबाव में घर बैठे-बैठे खानापूर्ति करके जमा कर दिया गया। ऐसे में आनन फानन में इसे लागू करके मतदान से वंचित कर देना लोकतंत्र और संविधान के लिए सही नहीं है। और संविधान के तहत दिए गए मतदान के अधिकार से अगर किसी भी नागरिक को अगर वंचित किया जाएगा या किसी भी तरह से हटा दिया जाएगा वो उचित नहीं है।
वहीं खबर दस्तक की टीम ने मधुबनी में पड़ताल में जिले के झंझारपुर लोकसभा और खजौली विधानसभा के मतदाता जयनगर निवासी सुमित कुमार राउत ने कहा कि उनके परिवार में उनकी चाची प्रतिभा राउत व अन्य में राम श्रृंगारी देवी, पंकज राय, डॉ० प्रमोद राउत, प्रो० भरत कारक, रामदेव मांझी, राधा अग्रवाल, समेत जयनगर नगर पंचायत के वार्ड संख्या 2 से कुल मिलकर 43 लोगों का नाम मतदाता सूची से मृत्यु के पश्चात हटाया गया है। ऐसी जानकारी उनके बीएलओ मनीष कुमार कारक ने उनको दी है।
वहीं जिले के मधुबनी लोकसभा और विधानसभा संख्या 36 के मतदाता बैजू पंजीयर ने बताया कि उनके परिवार में तीन लोग मतदान करते हैं जिनका पिछली मतदाता सूचियों में नाम था। पिछले चुनाव में उन्होंने, उनकी पत्नी और मां ने मतदान किया था। मैने तीनों लोगों का कागजात समय पर एक साथ जमा भी कर दिया था। लेकिन मेरा और मेरी पत्नी के कागज जमा होने का मैसेज मेरे मोबाइल पर आया था, लेकिन मेरी मां के संबंध में कोई मैसेज नहीं आया।
इस संबंध में मैने जब अपने क्षेत्र के बीएलओ से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी कागज जमा किया है, उसका नाम नए सूची में होना ही चाहिए। लेकिन अभी नए प्रारूप वाली सूची उनके पास उपलब्ध नहीं है, उसके देखने के बाद ही सही तौर पर नाम हटा है कि नहीं ये कह पाएंगे। बैजू पंजीयर ने कहा कि लेकिन अभी जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार उनकी मां का नाम नए सूची में नहीं है। अगर मेरी मां का नाम हटा होगा, तो उनका नाम पुनः जुड़वाने के लिए जो कहा जाएगा, वो कागज फिर से जमा करेंगें।
खबर दस्तक की मधुबनी में पड़ताल में जिले के मधुबनी लोकसभा और विधानसभा के मतदाता कन्हैया मिश्रा ने बताया कि पिछली बार मुखिया चुनाव में उन्होंने और उनकी पत्नी दोनों ने एक साथ वोट डाला था। उसके बाद के चुनाव में हर बार उन्होंने लगातार वोट डाला है। क्योंकि सूची अभी प्रकाशित ही हुई है और उन्होंने या उनके बीएलओ ने अभी तक पूरी सूची नहीं देखी है इसलिए 100 प्रतिशत आश्वस्त नहीं है। लेकिन अभी तक जैसा कि पता चला है, इस बार के मतदाता प्रारूप सूचित से उनकी पत्नी का नाम गायब है। अभी आपत्ति दर्ज करने का समय है, साथ ही अगर संभव हुआ तो मैं अपने बच्चों का भी कागज इसके साथ ही जमा कर दूंगा।
वहीं जिले के मधुबनी लोकसभा, विधानसभा क्षेत्र संख्या 37 राजनगर और मधुबनी नगर निगम वार्ड संख्या 7 के निवासी एवं मतदाता जागेश्वर कामत ने खबर दस्तक को बताया कि वे अब नवगठित मधुबनी नगर निगम में आ गए हैं। उनकी उम्र करीब 87-88 वर्ष है और उन्होंने नवगठित मधुबनी नगर निगम चुनाव सहित आजादी के बाद से हुए सभी चुनाव में वोट डाला है। लेकिन इस बात सूची से उनका नाम हटा दिया गया है।
आज जानकारी मिलते ही उन्होंने बगल के आंगनबाड़ी केंद्र पर जाकर अपने बीएलओ के पास अपना आधार कार्ड और फोटो जमा करवाया है, तब उन्होंने राशन कार्ड की मांग की। मेरा राशन कार्ड गुम हो गया है, जिसके कारण मैं अपना राशन भी आधार कार्ड से ही उठता हूं। उनके पास अपना वोटर आई डी कार्ड भी है। कागज जमा करने पर उनके बीएलओ ने कहा है कि उनका नाम पुनः जुट जाना चाहिए।
मधुबनी लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र संख्या 37 राजनगर के ही एक अन्य मतदाता रामचंद्र यादव ने कहा कि उनके परिवार के सभी चार लोगों का कागज उन्होंने जमा करवाया था। लेकिन उनको जानकारी मिली है कि नई सूची में उनकी पत्नी का नाम नहीं है। बीएलओ ने उनको कहा है कि सूची में अभी भी संशोधन होना है, अगर आपकी पत्नी का नाम उसमें नहीं होगा तो वो कागज जमा करने पर वो जुड़ जाएगा।
जिला स्तरीय विशेष कैंप सह वोटर सुविधा केंद्र शनिवार को जिलाधिकारी ने उदघाटन किया। इस जगह दावे और आपत्तियां जमा की जा सकेंगी।
आपको बता दें कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित मतदाता सूची प्रारूप को लेकर समाहरणालय सभा कक्ष में प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दिया था। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने कहा था कि विशेष गहन पुनरीक्षण 2025, 24 जून से 26 जुलाई 2025 तक सभी के सहयोग से चलाया गया और मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशित किया गया है।
जिसकी प्रति सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर उनके प्रतिनिधियों को उपलब्ध करवाया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि अर्हता तिथि 01 जुलाई 2025 के आधार पर विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में दिनांक 24 जून 2025 को मतदाता सूची में कुल मतदाताओं की संख्या- 33,76,790 थी। जबकि सत्यापन के क्रम में गणना प्रपत्र अपलोडिंग के आधार पर दिनांक 01 अगस्त 2025 को मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन में कुल मतदाताओं की संख्या 30,24,245 हो गई है (यानि पहले से 3,52,545 कम)।
साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में जिलान्तर्गत कुल मतदान केन्द्रों की संख्या 3,360 थी, जबकि विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में 1,200 मतदाताओं के आधार पर मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण के पश्चात् 522 मतदान केन्द्रों के बढ़ोतरी के साथ जिलान्तर्गत अद्यतन कुल मतदान केन्द्रों की संख्या- 3882 हो गई है। जिले के सभी विधानसभा की विधानसभावार विवरणी निम्न प्रकार है :-
- 31- हरलाखी
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 303
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 355
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष – 159780
महिला – 144419
TG – 21
कुल – 3,04,220
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष – 143243
महिला – 125110
TG – 20
कुल – 2,68,373 (यानि 35,847 कम)
- 32- बेनीपट्टी
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 308
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 374
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष – 164017
महिला -148762
TG -8
कुल -3,12,787
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -149322
महिला -131546
TG -8
कुल -2,80,876 (यानि 31,911 कम)
- 33- खजौली
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 315
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 374
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -168735
महिला -153279
TG -4
कुल -3,22,018
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -153164
महिला -133576
TG -4
कुल -2,86,744 (यानि 35,274 कम)
- 34- बाबूबरही
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 338
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 383
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -174217
महिला -157567
TG -26
कुल -3,31,810
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -158541
महिला -138950
TG -23
कुल -2,97,514 (यानि 34,296 कम)
- 35- बिस्फी
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 336
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 384
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -180350
महिला -167383
TG -33
कुल -3,47,766
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -167645
महिला -150904
TG -30
कुल -3,18,579 (यानि 29,187 कम)
- 36- मधुबनी
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 367
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 422
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -191267
महिला -174524
TG -18
कुल -3,65,809
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -173448
महिला -154585
TG -18
कुल -3,28,051 (यानि 37,758 कम)
- 37- राजनगर
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 349
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 387
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -181670
महिला -166039
TG -18
कुल -3,47,727
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -159957
महिला -141105
TG -15
कुल -3,01,077 (यानि 46,650 कम)
- 38- झंझारपुर
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 345
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 392
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -175311
महिला -161521
TG -4
कुल -3,36,836
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -163788
महिला -147289
TG -4
कुल -3,11,081 (यानि 25,755 कम)
- 39- फुलपरास
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 343
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 404
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -180287
महिला -165693
TG -21
कुल -3,46,001
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -163123
महिला -144602
TG -17
कुल -3,07,742 (यानि 38,259 कम)
- 40- लौकहा
पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्र की संख्या – 356
युक्तिकरण के पश्चात् अद्यतन मतदान केन्द्र की संख्या- 407
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष -187841
महिला -173966
TG -9
कुल -3,61,816
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष -171112
महिला -153090
TG -6
कुल -3,24,208 (यानि 37,608 कम)
टोटल
दिनांक (24.06.2025) तक
पुरुष – 1763475
महिला – 1613153
TG – 162
कुल – 33,76,790
ड्राफ्ट रोल के अनुसार (01.08.2025)
पुरुष – 1603343
महिला – 1420757
TG – 145
कुल – 30,24,245 (यानि 3,52,545 कम)
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि प्रारूप प्रकाशन, दिनांक 01 अगस्त 2025 को हुआ। दावा आपत्ति का समय, 01 अगस्त 2025 से 01 सितम्बर 2025,
विशेष कैम्प की तिथि 02 अगस्त 2025 से 01 सितंबर 2025 तक और विशेष कैम्प का समय, 10 बजे पूर्वा० से 05 बजे अपराह्न तक होगा।
विशेष कैम्प का स्थान, सभी प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय तथा शहरी निकाय कार्यालय यथा कार्यपालक पदाधिकारी का कार्यालय, नगर पंचायत, नगर परिषद एवं नगर निगम के अंचल कार्यालय) ऐसे पात्र नागरिक, जिनका नाम किसी कारणवश प्रारूप निर्वाचक सूची में शामिल नहीं है, या 01 जुलाई 2025 को अर्हता प्राप्त नागरिक स्वंय प्ररूप-6 घोषणा पत्र (एनेक्सचर डी) एवं अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ समर्पित कर सकते हैं।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि राजनीतिक दल अपने बीएलए के माध्यम से इसकी जांच करवा सकते है। अगर किसी योग्य मतदाता का नाम छूट गया है तो वह अपना नाम जुड़वाने हेतु प्रपत्र 6 में अपना दावा करेंगे। साथ ही प्रपत्र 6 के साथ एनेक्सचर डी लगाना होगा। अगर किसी व्यक्ति का नाम मतदाता सूची से हट गया है तो, प्रपत्र के साथ में आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं।
यदि मतदाता पहचान पत्र में किसी प्रकार का सुधार करवाना तथा अपना नाम इस विधानसभा से किसी अन्यत्र जगह पर स्थानांतरित करवाना है तो, प्रपत्र 8 में आवेदन करेंगे। यदि राज्य से बाहर का व्यक्ति मतदाता सूची में नाम स्थानांतरित कर बिहार में आना चाहता है तो उसे भी प्रपत्र 8 के साथ एनेक्सचर डी भरना होगा। दावा आपत्ति की अवधि में बीएलए अपने बीएलओ को एक बार में अधिकतम दस आवेदन दे सकते हैं।
लेकिन बीएलओ को फॉरवर्डिंग लेटर के साथ तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए विविध प्रपत्र में एक प्रमाण पत्र भी देना होगा कि उनके द्वारा दिया गया आवेदन पूर्णता: सही है। उन्होंने कहा कि दावा आपत्ति ऑनलाइन माध्यम से भी दाखिल करने की सुविधा उपलब्ध है जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन सूची की शुद्धता हेतु सभी का सहयोग भी अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इस कार्य में पूर्ण सहयोग करने हेतु आग्रह किया गया है।