आमजन में जलसंकट गहराया, महंगाई से त्रस्त हैं और सरकार निदान करने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है : रामाशीष यादव
खबर दस्तक
मधुबनी/बेनीपट्टी :
राजद नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने अनुमंडल कार्यालय परिसर में सुखा क्षेत्र घोषित करने व जल संकट दूर करने सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया, साथ ही केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजद जिला अध्यक्ष सह पूर्व विधायक रामाशीष यादव ने कहा कि बारिश नही होने से ना केवल कृषि कार्य ठप हो गया है, बल्कि जिले में भीषण जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। विभिन्न इलाकों में चापाकलों से पानी निकलना बंद हो चुका है। पानी के लिये लोगों के बीच मारामारी की स्थिति बन चुकी है और सरकार समस्या का निदान करने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है। धान की रोपनी नही होने से किसान हताश हैं। करोड़ो रूपये खर्च करने के बाद भी इस भीषण जल संकट की स्थिति में नल जल योजना ठप पड़ी है। हत्या, लूट, राहजनी, बलात्कार व आगजनी कैसे आपराधिक घटनायें चरम पर पहुंच चुकी है। महंगाई और भ्रष्टाचार से आमजन त्रस्त हैं और सुशासन की सरकार मस्त है। उन्होंने कहा कि सूबे में महाजंगल राज कायम है। कथित डबल इंजन की एनडीए सरकार से आम जनता ऊब चुकी है और सब कुछ भली भांति समझ रही है। समय आने पर बिहार की जनता इन्हें माकूल जबाब देने का काम करेगी। धरनार्थियों की मांगों में मधुबनी जिले को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने, जल संकट की समस्या को दूर करने, अपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने व अपराधियों पर त्वरित कारवाई करने, सुखाड़ को देखते हुए राजकीय नलकूपों की मरम्मत करवाकर चालू कराने, निजी बोरिंग को मुफ्त बिजली मुहैया कराने, किसानों के सभी प्रकार के ऋण माफ करने, बंद पड़े चीनी मिलने को चालू करने, सभी सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, दाखिल-खारिज व परिमार्जन के नाम पर किये जा रहे आर्थिक शोषण को बंद करने, मनरेगा के तहत जेसीबी के बजाय मजदूरों से ही काम कराना सुनिश्चित करने एवं भूमिहीनों को दस डिसमिल जमीन देने तथा परचाधारियों को जमीन पर दखल कब्जा दिलाने की मांगें भी शामिल थी।
कार्यक्रम के अंत में कार्यकर्ताओं के शिष्टमंडल के द्वारा एसडीएम को मांग पत्र से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया।