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मधुबनी डेस्क :
मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर प्रदेश द्वारा भेजे गए कमिटी ने मधुबनी पहुंचकर राष्ट्रीय जनता दल जिला इकाई मधुबनी का बैठक मधुबनी परिषदन के सभागार में राजद जिला अध्यक्ष सह पूर्व विधायक रामाशीष यादव के अध्यक्षता एवं जिला कमिटी के संयोजक सह पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र यादव, ब्रजभूषण मंडल, भोला साह के उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने चुनाव आयोग का आलोचना करते हुए कहा कि आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की सलाह के बावजूद बिहार में मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया में आधार कार्ड, वोटर आईडी और राशन कार्ड को शामिल नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) फॉर्म बांटने के काम में गड़बड़ियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘कई लोगों को फॉर्म जमा करने की रसीद तक नहीं दी गई है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है’। जब सुप्रीम कोर्ट ने आधार, वोटर कार्ड और राशन कार्ड को ‘सर’ प्रक्रिया में विचार करने योग्य दस्तावेज बताया, तो फिर चुनाव आयोग इन्हें अपनी सूची में क्यों नहीं जोड़ रहा?’चुनाव आयोग पुनरीक्षण में जो दस्तावेज मांगा रहा है, वह अधिकतर लोगों के लिए देना असंभव है। दस्तावेज के अभाव में किसी को वोट से वंचित करना वैध नहीं है। आयोग ने अव्यावहारिक लक्ष्य तय कर लिया है। लोगों से उनके नागरिक होने का सबूत मांगा जा रहा है, जिसके कारण बड़ी संख्या में आयोग के द्वारा दबे, कुचले, वंचित समाज से आने वाले दलित और पिछड़ी जाति के लोगों का नाम मतदाता सूची से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2003 से अब तक बिहार में ज्यादातर समय भाजपा-जेडीयू गठबंधन (एनडीए की सरकार रही है। ‘क्या इस दौरान फर्जी वोटर जोड़े गए? उन्होंने आरोप लगाया कि, अब जब उन्हें हार का डर है, तो वे मतदाताओं को सूची से बाहर करने की कोशिश कर रहे हैं’।
इस बैठक में राजद के जिला उपाध्यक्ष रामकुमार यादव, राजेंद्र यादव, सदाब आजम, जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय, महिला जिला अध्यक्ष रेणु यादव, निशांत शेखर, उमेश राम, अजितनाथ यादव, पप्पू यादव, संजय कुमार यादव, चरित्र सदा, अरुण कुमार चौधरी, रुदल यादव, रामवरण राम, विजय घोष, रामचंद्र साह, ओमप्रकाश यादव, मिश्री लाल यादव, राजेश कुमार यादव सहित अन्य उपस्थित थे।