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मधुबनी डेस्क :
मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड अंतर्गत केवटा गांव में चार सालों से सावन मास के संक्रांति दिन से एक महीने तक भैरवेश्वर नाथ महादेव मंदिर में पार्थिव शिवलिंग की पूजा पूरे विधि-विधान पूर्वक किया जा रहा है। वैदिक मंत्रोच्चार, हर्षोल्लास के साथ गांव के प्रत्येक घर से पार्थिव शिवलिंग बनकर भैरवेश्वर नाथ महादेव मंदिर में पूजा हेतु लोग पहुंचाते हैं और धूमधाम से पूजा का आयोजन होता है। दिनांक 17-7-25 से संक्रांति से दिनांक 17-8-25 तक पूजा आयोजित है, अभी तक पांच लाख से उपर पार्थिव शिवलिंग की पूजा हो चुकी है। पंडित सीताराम झा ने कहा कि पार्थिव लिंग की पूजा से धन, वैभव, आयु, लक्ष्मी, और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह पूजा करने से शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिल जाती है, सभी मनोकामनाएं, कार्य, मनोरथों को पूर्ण हो जाता है।
पंडित विद्वान रामचंद्र झा ने कहा कि पार्थिव शिवलिंग पूजा से पापों से मुक्ति, मनोकामना की पूर्ति,सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा पार्थिव शिवलिंग रूद्राभिषेक, भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक पवित्र अनुष्ठान है। इसमें मिट्टी से शिवलिंग बनाकर उसका अभिषेक विभिन्न पवित्र द्रव्यों जैसे गंगाजल, दुग्ध, दही, शहद आदि से किया जाता है, यह अनुष्ठान विशेष रूप से सावन में फल दायक माना जाता है।
मौके पर पुजारी अजय झा ने कहा कि भैरवेश्वर नाथ दु:हरण महादेव के मन से पूजा-अर्चना करने पर सारे दुख समाप्त हो जाती है। पार्थिव शिवलिंग पूजा में पंचामृत से अभिषेक किया जाता है और बेलपत्र, धतुरा, आक, भांग के साथ धुप, दीप प्रज्ज्वलित रहता है। मन से पूजा करने पर सम्पूर्ण कार्यों की सिद्धि होती है और शिवलोक की प्राप्ति एवं पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है। पूजा से मानसिक, शारीरिक और अध्यात्मिक लाभ होता है। यह पूजा दिन के 2बजे से सायं काल 7.30बजे तक होती है, फिर आरती के बाद प्रसाद वितरण किया जाता है और 10बजे रात्रि तक किर्तन भजन का आयोजन किया जाता है, जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ जाती है, जिसमें लोग बड़े स्तर पर सहयोग देते हैं।
इस पूजा में घुरन झा, प्रो चक्रधर झा, हर्षित झा, जयमोहन झा, अजीत मिश्र, नवीन मिश्र, राम उदगार यादव, फुदन शर्मा, प्रशांत कुमार, विनय झा, भागीरथ झा, दीनबंधु झा, राजेश कुमार झा, नितीश मिश्र, रीतिक मिश्र, बम-बम झा, सोनु कुमार झा, कमल कुमार झा सहित अन्य लोग मौजूद होकर संचालन करते हैं।

