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मधुबनी :
किशोर कुमार
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के मधुबनी जिलाध्यक्ष फुले भंडारी ने एक प्रेस वार्ता कर मिथिला क्षेत्र को मिली ऐतिहासिक सौगात के लिए राज्यसभा सांसद संजय झा के प्रति गहरा आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पश्चिमी कोसी नहर के विस्तारीकरण, पुनर्स्थापन और आधुनिकीकरण की महत्वाकांक्षी योजना को 8678.29 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृति प्रदान की है। यह परियोजना मिथिला के समग्र विकास और कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली सिद्ध होगी।
भंडारी ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हाल ही में संपन्न राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दी गई। उन्होंने इसे मिथिला की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इससे न केवल सिंचाई की सुविधा बेहतर होगी, बल्कि ग्रामीण बुनियादी ढांचे को भी मजबूती मिलेगी।
योजना के तहत कुल 558 नए रेगुलेटर बनाए जाएंगे, जबकि 218 पुराने रेगुलेटरों की मरम्मत की जाएगी। इसके अलावा 158 नए क्रॉस ड्रेनेज स्ट्रक्चर का निर्माण और 127 की मरम्मत होगी। 11 नए फॉल्स तथा 11 की मरम्मती , तीन प्रोटेक्शन का काम किया जाएगा साथ ही 338 किलोमीटर लंबी तटबंध पर सड़कों का निर्माण, 260 नए पुलों का निर्माण और 460 पुराने पुलों की मरम्मत भी प्रस्तावित है।
भंडारी ने कहा कि इस परियोजना से दरभंगा और मधुबनी जिलों के लाखों किसानों को सिंचाई सुविधा का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। खेतों तक पानी पहुंचने से खेती की लागत घटेगी और फसल उत्पादन में वृद्धि होगी। सड़क और पुलों के निर्माण से आवागमन सुगम होगा, जिससे व्यापार और जीवन दोनों में तेजी आएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्यों से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे पलायन पर रोक लगेगी और गांवों में आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी।
भंडारी ने कहा, “यह संजय झा की पटना से दिल्ली तक की अथक मेहनत और मजबूत राजनीतिक पहल का नतीजा है, कि मिथिला को यह ऐतिहासिक सौगात मिली है।
प्रेस वार्ता में नारायण भंडारी उर्फ फुले भंडारी जिला अध्यक्ष, प्रेम शंकर राय, कमलाकांत भारती, श्याम सुंदर विश्वकर्मा, राजेंद्र राम, राधा कामत चौधरी, कारी ठाकुर, भरत चौधरी, वीरेंद्र कुमार कामत सहित कई जदयू नेता उपस्थित थे।

