- होटलों से लेकर तारीखाना तक पुलिस की सख़्त कारवाई
खबर दस्तक
सीतामढ़ी/बैरगनिया :
सीतामढ़ी जिला के भारत-नेपाल सीमा से सटे बैरगनिया में अपराध, असामाजिक गतिविधियों और अवैध धंधों पर लगाम कसने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रहा है। इसी कड़ी में बैरगनिया थानाध्यक्ष उमाशंकर रजक के नेतृत्व में आज शाम तारीखाना सहित नगर के कई होटलों और संदिग्ध ठिकानों पर पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाया। इस कारवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
तारीखाना बना निगरानी का केंद्र :
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बैरगनिया स्थित तारीखाना लंबे समय से कुछ संदिग्ध गतिविधियों का अड्डा बना हुआ था, जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को लगातार मिल रही थी। इसी के आधार पर थानाध्यक्ष उमाशंकर रजक ने बिना समय गंवाए स्वयं मौके पर पहुंचकर दल-बल के साथ छापेमारी की।
इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं। वहीं, पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए मौके से कई लोग भागने में सफल हो गए, जिनकी पहचान की जा रही है।
होटलों पर भी नजर :
तारीखाना के अलावा नगर क्षेत्र के कुछ होटलों पर भी विशेष निगरानी रखते हुए छापेमारी की गई, जहां से संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त कुछ लोगों से पूछताछ की गई है। सूत्र बताते हैं कि कुछ होटल मालिकों को पहले ही चेताया गया था, बावजूद इसके नियमों का उल्लंघन करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों को पनाह दी जा रही थी।
थानाध्यक्ष की मुहिम :
इस बाबत थानाध्यक्ष उमाशंकर रजक ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि “सीमा क्षेत्र की आड़ में कोई भी अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। होटल, लॉज या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने पर त्वरित कारवाई की जाएगी। कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
स्थानीय प्रशासन सख्त, नियमित जांच की तैयारी :
इस छापेमारी के बाद बैरगनिया में यह स्पष्ट संकेत गया है कि पुलिस अब मूकदर्शक नहीं रहेगी। होटल व्यवसायियों, लॉज मालिकों और सार्वजनिक स्थल चलाने वालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पुलिस रजिस्टर रखें, आने-जाने वालों का विवरण नोट करें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दें।
स्थानीय जन प्रतिक्रिया :
बैरगनिया वासियों ने इस कारवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि लगातार ऐसे अभियान चलाकर प्रशासन क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल कायम रखेगा। नागरिकों ने बताया कि पिछले कुछ समय से बाहरी लोगों की आवाजाही में वृद्धि हुई थी और कई होटल संदिग्ध गतिविधियों के गढ़ बनते जा रहे थे।
सीमा क्षेत्र होने के कारण बैरगनिया की भौगोलिक स्थिति हमेशा से प्रशासनिक दृष्टिकोण से संवेदनशील रही है। ऐसे में थानाध्यक्ष उमाशंकर रजक के नेतृत्व में चलाया गया यह छापेमारी अभियान अपराध पर नकेल कसने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि इस कारवाई के बाद प्रशासन कितनी सख्ती से निगरानी और अनुसंधान को आगे बढ़ाता है।