- फिल्म ‘हमार नाम बा कन्हैया’ के प्रमोशन में उमड़ी भीड़
खबर दस्तक
सीतामढ़ी :
भोजपुरी सिनेमा के चर्चित सुपरस्टार, लोकप्रिय गायक, सशक्त अभिनेता एवं भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ का सीतामढ़ी में भव्य स्वागत किया गया। वे अपनी आगामी फिल्म ‘हमार नाम बा कन्हैया’ के प्रमोशन के सिलसिले में शंकर सिनेमा हॉल पहुँचे थे। लेकिन यह महज़ एक फिल्म प्रमोशन नहीं रहा, यह एक जनज्वार बन गया।
सुबह से ही शहर का माहौल अलग ही रोमांच में था। जैसे ही ख़बर फैली कि निरहुआ भैया शंकर सिनेमा हॉल में आने वाले हैं, वैसे ही हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग हर वर्ग का व्यक्ति अपने चहेते सितारे की एक झलक पाने को बेसब्र दिखा।
निरहुआ की सादगी ने जीता दिल, फिल्म के साथ भावनाओं का भी प्रचार :
कार्यक्रम स्थल पर निरहुआ जब मंच पर पहुँचे, तो लोगों की तालियों और नारों से पंडाल गूंज उठा। उन्होंने मंच से जनता को संबोधित करते हुए कहा सीतामढ़ी की मिट्टी में जो अपनापन है, वह कहीं और महसूस नहीं होता। ‘हमार नाम बा कन्हैया’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, यह हमारी संस्कृति, हमारे संस्कार और समाज के संघर्ष की कहानी है।”
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे इस फिल्म को जरूर देखें और भोजपुरी सिनेमा को गर्व से आगे बढ़ाएं। उन्होंने यह भी कहा कि वह सिर्फ अभिनेता नहीं, बल्कि भोजपुरी जनमानस की आवाज़ बनना चाहते हैं।
सड़कों पर मेला, छतों पर दर्शक, बाइक रैली से माहौल में जोश :
निरहुआ के स्वागत में जगह-जगह तोरण द्वार लगाए गए थे। शंकर सिनेमा के बाहर पुलिस बल की तैनाती के बावजूद भीड़ को संभालना एक चुनौती भरा कार्य बना रहा। छतों पर महिलाएं और बच्चे हाथ हिलाते नजर आए, तो युवाओं ने बाइक रैली निकालकर अपने अंदाज में स्वागत किया। फूल-मालाओं से लदे लोगों ने उनका अभिनंदन किया और दर्जनों बार मंच पर रुककर उन्होंने लोगों का अभिवादन किया।
स्थानीय कलाकारों को भी मिला सम्मान :
कार्यक्रम में सीतामढ़ी के युवा कलाकारों ने भी अपने-अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीता। निरहुआ ने उनकी हौसलाफ़जाई करते हुए कहा कि छोटे शहरों और गांवों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं, बस उन्हें सही दिशा और मंच मिलना चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह नई पीढ़ी को आगे लाने में हमेशा सहयोगी रहेंगे।
दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ का यह दौरा सीतामढ़ी के लिए केवल एक प्रचार कार्यक्रम नहीं, बल्कि भोजपुरी जनभावनाओं का जश्न बन गया। फिल्म ‘हमार नाम बा कन्हैया’ के प्रमोशन की यह कड़ी, सीतामढ़ी की यादों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई। उनके व्यवहार, शब्दों और आत्मीयता ने फिर से साबित कर दिया कि निरहुआ केवल परदे के सितारे नहीं, बल्कि दिलों के नेता हैं।