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मधुबनी :
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के अनुरूप माता जानकी की जन्मभूमि पुनौरा धाम के विकास से यह क्षेत्र न केवल विश्व भर के सनातनियों की आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि इससे हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को नई पहचान मिलेगी तथा इसके साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। हमारी सरकार विरासत के साथ विकास को प्राथमिकता देती है। पुनौरा धाम के विकास के लिए बिहार कैबिनेट ने 882.87 करोड़ रुपए की स्वीकृति देकर इस बात को साबित किया है। पुनौरा धाम के विकास से मिथिलांचल को एक नई पहचान मिलेगी। आज हम सभी की आस्था को विश्वास का साथ मिला है। आज का दिन हम सभी सनातनियों के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली दिन है। हम संपूर्ण मिथिलांचल की तरफ से इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार सरकार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं और उन्हें धन्यवाद देते हैं।
उक्त बातें विधानसभा में सचेतक, सत्तारूढ़ दल अरुण शंकर प्रसाद ने कैबिनेट से पुनौरा धाम के विकास के लिए स्वीकृति दिए जाने पर कही।
सचेतक श्री प्रसाद ने कहा कि अयोध्या में रामलला के 500 वर्षों बाद मंदिर विराजमान होने के पश्चात माता सीता की जन्मस्थली का उसी तर्ज पर विकास किए जाने की लोगों में आस जगी थी। कैबिनेट से इस दिशा में स्वीकृति मिलने पर मिथिलांचल सहित समस्त बिहार वासी आज गौरव महसूस कर रहे हैं। पुनौरा धाम में भव्य धार्मिक परिसर का विकास 67 एकड़ में किया जाएगा, जिसमें से 50 एकड़ जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है। अयोध्या धाम में श्रीराम मंदिर की तर्ज पर ही पुनौरा धाम का समग्र विकास किया जाएगा। इससे इस क्षेत्र में न केवल पर्यटन, व्यापार और स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा, बल्कि हमारी धार्मिक आस्था सुदृढ़ होगी और अवसंरचना निर्माण को भी गति मिलेगी।
श्री प्रसाद ने कहा कि हमारी सरकार जो कहती है, वही करती है। डबल इंजन की सरकार, बिहार में बहा रही विकास की बयार। पुनौरा धाम के विकास से बिहार के विकास को गति मिलेगी।