वैश्य समाज की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी : तेजस्वी यादव
खबर दस्तक
पटना :
बिहार की राजनीति और सामाजिक समरसता के इतिहास में 29 जून 2025 एक मील का पत्थर बन गया, जब राष्ट्रीय वैश्य महासभा के तत्वावधान में पटना के बापू सभागार में वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन हुआ।
इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में राज्य भर से आए वैश्य समाज के प्रतिनिधियों ने सहभागिता की और समाज के एकजुटता का परिचय दिया।
सम्मेलन का उद्घाटन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने दीप प्रज्वलन कर किया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि“वैश्य समाज अगर एक कदम साथ चले, तो मैं चार कदम आगे बढ़कर साथ देने को तैयार हूं। हर हज़ार प्रतिष्ठानों पर एक पुलिस चौकी देने का काम करूंगा।”
कार्यक्रम में पूर्व उद्योग मंत्री एवं राष्ट्रीय वैश्य महासभा के अध्यक्ष समीर महासेठ, राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता, विधायक बिनोद जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. पी.के. चौधरी, रामचंद्र पूर्व, बिजेंद्र चौधरी, सांसद सुदामा प्रसाद समेत कई प्रमुख अतिथि मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि प्रेमचंद गुप्ता और सांसद सुदामा प्रसाद ने संयुक्त बयान में कहा कि “बिहार का वैश्य समाज संगठित हो चुका है, अब बदलाव तय है। अगर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया, तो व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समीर महासेठ ने कहा कि“समाज को संगठित कर नया बिहार बनाना है, और इस बदलाव की धुरी वैश्य समाज बनेगा।”
इस मौके पर बिहार सरकार से वैश्य समाज के हित में बारह सूत्री माँग रखी गई, जो निम्नलिखित है :-
1). वैश्य आयोग का गठन।
2). व्यापारी सम्मान निधि योजना के तहत ₹25,000 वार्षिक सहायता।
3). बाजारों में पुलिस चौकी की स्थापना।
4). शस्त्र लाइसेंस की प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृति।
5). सामाजिक-आर्थिक सर्वे द्वारा उपेक्षित वैश्य उप-जातियों की पहचान।
6). बिना इनकम टैक्स रिटर्न के स्टार्टअप को बैंक ऋण।
7). सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी बनाना।
8). टास्क फोर्स का गठन – लूट, डकैती, हत्या, अपहरण पर नियंत्रण हेतु।
9). ₹10 लाख GST दाखिल करने वालों को ₹10 लाख का निःशुल्क बीमा।
10). जातीय गणना में उपजातियों के लिए अलग कोड।
11). ई-कॉमर्स पर नियंत्रण – 500 दुकानों वाले क्षेत्र में ऑनलाइन कारोबार पर रोक।
12). हर जिले में वैश्य सामुदायिक भवन का निर्माण।
कार्यक्रम संयोजन का जिम्मा विधान पार्षद बिनोद जायसवाल ने निभाया और संचालन डॉ. पी.के. चौधरी ने किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. पी.के. चौधरी ने अपने तीखे और स्पष्ट बयान में कहा कि“अब वैश्य समाज एकजुट होकर राष्ट्रीय जनता दल(राजद) को मजबूत करेगा। वर्षों से हमारे समाज के साथ जो भेदभाव हुआ है, वह अब और बर्दाश्त नहीं होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि“वैश्य आयोग के नाम पर हमें सिर्फ झुनझुना पकड़ाकर वोट लेने की कोशिश की गई, लेकिन अब वैश्य समाज जाग चुका है। अब बहकावे में नहीं आने वाला है।”
वहीं, सम्मेलन को डॉ. रामचंद्र पूर्वे, विधायक बिजेंद्र चौधरी, रणविजय साहू, संजय गुप्ता, राजेश गुप्ता, मंजू अग्रवाल, पूर्व प्रत्याशी मोहन गुप्ता, अरुण साह, रितु जायसवाल, मदन साह के अलावे पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक गुप्ता, स्मिता पूर्वे, रागिनी गुप्ता, अभिषेक गजेंद्र मुन्ना, सीमा गुप्ता, मंजीत आनंद साहू, राधाकांत गुप्ता, सतीश गुप्ता, गोपाल गुप्ता, पूनम गुप्ता, अर्जुन चौधरी, राहुल श्रॉफ, वीरेन्द्र गुप्ता, अमरनाथ गुप्ता, हकीम प्रसाद, सत्यनारायण प्रसाद, विशाल जायसवाल, सुभाष निराला, सुनील साह, मनीष गुप्ता, शिवजी साहू, भूपाल भारती ने संबोधित किया।
इस मौके पर हजारों की संख्या में वैश्य समाज उपस्थित रहे।
इस सम्मेलन ने न केवल समाज को संगठित किया, बल्कि एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश भी दिया कि बिहार के विधानसभा चुनाव में वैश्य समाज निर्णायक भूमिका निभाएगा।