खबर दस्तक डेस्क
सीतामढ़ी / सुरसंड (नसीम अहमद) :
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित भिट्ठामोड़ एसएसबी चेक पोस्ट पर सुरक्षा जांच के नाम पर आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को दिनभर नेपाल से भारत और भारत से नेपाल आने-जाने वाले यात्रियों की लंबी कतारें तेज धूप में सड़क किनारे खड़ी रहीं। महिलाएं, बुजुर्ग, छोटे बच्चे – सभी बिना किसी छांव या राहत के खुले आसमान के नीचे घंटों खड़े रहने को मजबूर नजर आए।
हर एक व्यक्ति से पहचान पत्र की अनिवार्य जांच की जा रही है, लेकिन इसके लिए कोई सुव्यवस्थित इंतज़ाम नहीं किए गए हैं। न छांव की व्यवस्था है, न पीने के पानी की सुविधा और न ही बैठने की जगह। इससे खासकर ग्रामीण क्षेत्रों से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए सीमा पार करना अब बेहद चुनौतीपूर्ण बन गया है।
“धूप में खड़े-खड़े हालत खराब हो जाती है” – स्थानीय लोग
भिट्ठा गांव निवासी मिथलेश कुमार, जो प्रतिदिन अपने काम से सीमा पार करते हैं, ने बताया कि शुक्रवार को नेपाल से लौटते समय उन्हें एक घंटे से भी अधिक समय तक तेज धूप में खड़ा रहना पड़ा। उन्होंने प्रशासन से छांव की व्यवस्था करने की मांग की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। मिथलेश ने कहा – “हम समझते हैं कि देश की सुरक्षा जरूरी है, लेकिन आम आदमी की सुविधा का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। न पीने का पानी है, न बैठने की जगह। ऐसे में ये चेक पोस्ट आम लोगों के लिए सजा बन गया है।”
इसी तरह मधुबनी जिले से आए बुजुर्ग यात्री रघुनंदन चौधरी ने भी चेक पोस्ट की दुर्दशा पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि उम्र और बीमारी के बावजूद यहां एक घंटे तक खड़ा रहना पड़ा।
जनप्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी, मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की मांग स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चेक पोस्ट पर मूलभूत सुविधाओं के अभाव को लेकर प्रशासन की निष्क्रियता पर तीखी नाराजगी जताई है। वार्ड पार्षद नीरज मिश्रा ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना जरूरी है, लेकिन इसके नाम पर आम लोगों को परेशान करना सरासर गलत है। उन्होंने मांग की कि चेक पोस्ट पर तत्काल अस्थायी टेंट, पीने के पानी और प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
वहीं समाजसेवी दीपक पांडेय और मुखिया रविशंकर ठाकुर ने बताया कि कई बार प्रशासन से मिलकर चेक पोस्ट पर यात्रियों की सुविधा के लिए कदम उठाने की मांग की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है।
सीमा पर बढ़ती परेशानी बनी चिंता का विषय
भिट्ठामोड़ एसएसबी चेक पोस्ट पर बढ़ती अव्यवस्था अब आम लोगों के धैर्य की परीक्षा ले रही है। खासकर ऐसे समय में जब भारत-नेपाल के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से गहराई लिए हुए हैं, ऐसे में सीमा पर इस प्रकार की असुविधा इन संबंधों पर भी प्रभाव डाल रही है।
जनता की अपील – “सुरक्षा जरूरी है, लेकिन सुविधा भी उतनी ही अहम” स्थानीय जनता का कहना है कि वे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरी तरह सहयोग करने को तैयार हैं, लेकिन इसके साथ ही प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जांच प्रक्रिया आमजन के लिए पीड़ादायक न बने। यदि प्रशासन ने जल्द ही उचित कदम नहीं उठाए, तो यह समस्या जन आंदोलन का रूप ले सकती है।